PM Vishwakarma Training: प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण योजना है जो देश के कारीगरों और शिल्पकारों को सहायता प्रदान करने के लिए बनाई गई है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य परंपरागत कौशल वाले लोगों को आधुनिक तकनीक और बाजार से जोड़ना है। इसके तहत कारीगरों को प्रशिक्षण, टूलकिट, ऋण सहायता और बाजार से जुड़ने में मदद दी जाती है।
हाल ही में कई लोगों ने शिकायत की है कि उन्हें PM विश्वकर्मा प्रशिक्षण के लिए कॉल नहीं आया है। यह चिंता का विषय है क्योंकि प्रशिक्षण इस योजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस लेख में हम PM विश्वकर्मा योजना के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे और यह भी बताएंगे कि अगर आपको प्रशिक्षण के लिए कॉल नहीं आया है तो क्या करना चाहिए।
PM विश्वकर्मा योजना क्या है?
PM विश्वकर्मा योजना सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (MoMSME) द्वारा शुरू की गई एक केंद्रीय क्षेत्र की योजना है। इसका उद्देश्य कारीगरों और शिल्पकारों को समग्र सहायता प्रदान करना है। यह योजना उन्हें कौशल प्रशिक्षण, आधुनिक उपकरण, डिजिटल लेनदेन के लिए प्रोत्साहन और बाजार संपर्क सहायता प्रदान करती है।
योजना की मुख्य विशेषताएं:
विवरण | जानकारी |
योजना का नाम | PM विश्वकर्मा योजना |
शुरुआत | 17 सितंबर 2023 |
लक्षित समूह | परंपरागत कारीगर और शिल्पकार |
कवर किए गए व्यवसाय | 18 परंपरागत व्यवसाय |
प्रशिक्षण अवधि | बेसिक: 5-7 दिन, एडवांस: 15 दिन |
ऋण राशि | पहला चरण: 1 लाख रुपये, दूसरा चरण: 2 लाख रुपये |
ब्याज दर | 5% वार्षिक |
टूलकिट सहायता | 15,000 रुपये तक |
PM विश्वकर्मा योजना के उद्देश्य
इस योजना के प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
- कारीगरों और शिल्पकारों को विश्वकर्मा के रूप में मान्यता देना
- उनके कौशल को बढ़ाना और प्रासंगिक प्रशिक्षण प्रदान करना
- बेहतर और आधुनिक उपकरण देकर उनकी क्षमता बढ़ाना
- बिना गारंटी के ऋण तक आसान पहुंच प्रदान करना
- डिजिटल लेनदेन को प्रोत्साहित करना
- ब्रांड प्रचार और बाजार संपर्क के लिए मंच प्रदान करना
PM विश्वकर्मा योजना के लाभ
इस योजना के तहत कारीगरों और शिल्पकारों को कई लाभ मिलते हैं:
- मान्यता: विश्वकर्मा प्रमाणपत्र और पहचान पत्र
- कौशल उन्नयन:
- बेसिक ट्रेनिंग: 5-7 दिन (40 घंटे)
- एडवांस ट्रेनिंग: 15 दिन (120 घंटे)
- प्रशिक्षण भत्ता: 500 रुपये प्रति दिन
- टूलकिट प्रोत्साहन: 15,000 रुपये तक का अनुदान
- ऋण सहायता:
- बिना गारंटी के उद्यम विकास ऋण
- पहला चरण: 1 लाख रुपये (18 महीने की अवधि)
- दूसरा चरण: 2 लाख रुपये (30 महीने की अवधि)
- रियायती ब्याज दर: 5% वार्षिक
- डिजिटल लेनदेन प्रोत्साहन: प्रति लेनदेन 1 रुपया (अधिकतम 100 लेनदेन प्रति माह)
- मार्केटिंग सपोर्ट: ब्रांडिंग और बाजार संपर्क में सहायता
PM विश्वकर्मा योजना के लिए पात्रता
इस योजना के लिए पात्रता के मुख्य मानदंड हैं:
- आवेदक 18 परंपरागत व्यवसायों में से किसी एक में संलग्न होना चाहिए
- आवेदक की न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए
- आवेदक स्वरोजगार के आधार पर काम कर रहा होना चाहिए
- पिछले 5 वर्षों में अन्य समान योजनाओं का लाभ न लिया हो
- एक परिवार से केवल एक सदस्य आवेदन कर सकता है
- सरकारी कर्मचारी या उनके परिवार के सदस्य पात्र नहीं हैं
PM विश्वकर्मा योजना में शामिल व्यवसाय
इस योजना में निम्नलिखित 18 परंपरागत व्यवसाय शामिल हैं:
- बढ़ई (सुथार)
- नाव निर्माता
- लोहार
- सुनार
- कुम्हार
- पत्थर तराशने वाला
- मोची
- राजमिस्त्री
- टोकरी बनाने वाला
- गुड़िया और खिलौना बनाने वाला
- नाई
- माला बनाने वाला
- धोबी
- दर्जी
- मछली जाल बनाने वाला
- हथियार बनाने वाला
- ताला बनाने वाला
- हथौड़ा और टूलकिट बनाने वाला
PM विश्वकर्मा योजना के लिए पंजीकरण प्रक्रिया
योजना के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया इस प्रकार है:
- ऑनलाइन आवेदन: pmvishwakarma.gov.in पर जाएं या नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर जाएं
- आवश्यक दस्तावेज:
- आधार कार्ड
- मोबाइल नंबर
- बैंक खाता विवरण
- राशन कार्ड (या परिवार के सभी सदस्यों के आधार कार्ड)
- सत्यापन प्रक्रिया:
- ग्राम पंचायत या शहरी स्थानीय निकाय द्वारा सत्यापन
- जिला कार्यान्वयन समिति द्वारा जांच और अनुशंसा
- स्क्रीनिंग समिति द्वारा अंतिम अनुमोदन
- पंजीकरण पूरा होने पर:
- डिजिटल आईडी
- PM विश्वकर्मा डिजिटल प्रमाणपत्र
- PM विश्वकर्मा पहचान पत्र
PM विश्वकर्मा प्रशिक्षण का महत्व
प्रशिक्षण इस योजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह कारीगरों को अपने कौशल को बढ़ाने और आधुनिक तकनीकों से परिचित होने का अवसर प्रदान करता है। प्रशिक्षण के दो स्तर हैं:
- बेसिक प्रशिक्षण:
- अवधि: 5-7 दिन (40 घंटे)
- उद्देश्य: मौजूदा कौशल का मूल्यांकन और सुधार
- विषय: आधुनिक उपकरण, डिजिटल कौशल, वित्तीय साक्षरता
- प्रमाणन: NSQF (राष्ट्रीय कौशल योग्यता फ्रेमवर्क) प्रमाणपत्र
- एडवांस प्रशिक्षण:
- अवधि: 15 दिन (120 घंटे)
- उद्देश्य: गहन कौशल विकास और उद्यमिता ज्ञान
- विषय: नवीनतम तकनीक, डिजाइन तत्व, मूल्य श्रृंखला संपर्क
- लाभ: दूसरे चरण के ऋण के लिए पात्रता
प्रशिक्षण का कॉल न आने पर क्या करें?
अगर आपको PM विश्वकर्मा प्रशिक्षण के लिए कॉल नहीं आया है, तो निम्नलिखित कदम उठाएं:
- पंजीकरण की जांच करें: सुनिश्चित करें कि आपका पंजीकरण सफलतापूर्वक हो गया है
- हेल्पलाइन पर संपर्क करें: योजना की आधिकारिक हेल्पलाइन पर कॉल करें
- नजदीकी CSC पर जाएं: अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर पर जाकर स्थिति की जानकारी लें
- ऑनलाइन पोर्टल की जांच करें: pmvishwakarma.gov.in पर अपनी स्थिति की जांच करें
- जिला उद्योग केंद्र से संपर्क करें: अपने जिले के उद्योग केंद्र से संपर्क करें
- ईमेल भेजें: [email protected] पर अपनी समस्या का विवरण भेजें
- सोशल मीडिया: योजना के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर संदेश भेजें
PM विश्वकर्मा योजना से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदु
- ऋण सुविधा: बिना गारंटी के ऋण, कम ब्याज दर पर
- डिजिटल लेनदेन प्रोत्साहन: प्रति लेनदेन 1 रुपया का प्रोत्साहन
- टूलकिट सहायता: 15,000 रुपये तक का अनुदान
- मार्केटिंग सपोर्ट: ब्रांडिंग और बाजार संपर्क में मदद
- कौशल प्रमाणन: NSQF प्रमाणपत्र
- प्रशिक्षण भत्ता: 500 रुपये प्रति दिन
- विशेष पहचान: PM विश्वकर्मा प्रमाणपत्
Disclaimer: यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। PM विश्वकर्मा योजना एक वास्तविक सरकारी पहल है, लेकिन इसकी नीतियों और प्रक्रियाओं में समय-समय पर बदलाव हो सकता है। कृपया नवीनतम और सटीक जानकारी के लिए आधिकारिक सरकारी स्रोतों या अपने स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें। इस योजना का लाभ उठाने से पहले सभी नियमों और शर्तों को ध्यान से पढ़ें।
P.m vishwakarma detels
Please
Uproal karne ke liye kar dijiye nahin
April karne ki link kar dijiye mujhe send April karna hai
Card aa gaya hai lekin trening ke liye call nahi aaya kya kare
Mene bhi form bhara tha pm vishwakarma yojna me, mere pass bhi kuchh nhi aaya, na card, na call.
Mera cad agya training bhi ho gai
Or Bank se call bhi a gyi lekin Bank baale loan dene se mana kar rahe hai
Mera form bhar gya hai verification b ho gya pr ab koi phone nahi aaya kya kre