Delhi pollution: गंभीर हुए दिल्ली-NCR के हालात, 997 पहुंचा AQI; देखें आपके इलाके में कैसा है हाल

Delhi Pollution Latest Update: दिल्ली और इसके आसपास के क्षेत्रों में वायु प्रदूषण एक गंभीर समस्या बन गई है। यह समस्या न केवल स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है, बल्कि यह जीवन की गुणवत्ता को भी प्रभावित करती है। दिसंबर 2024 में, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 474 तक पहुंच गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। यह लेख दिल्ली-NCR में वायु प्रदूषण की स्थिति, इसके कारणों और इसके प्रभावों पर विस्तार से चर्चा करेगा।

दिल्ली-NCR में वायु प्रदूषण की स्थिति

दिल्ली और इसके आसपास के क्षेत्रों में वायु प्रदूषण की स्थिति बहुत खराब हो गई है। दिसंबर 2024 के दूसरे हफ्ते में, दिल्ली का AQI 474 तक पहुंच गया, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा निर्धारित PM2.5 मानक मूल्य से लगभग 30.07 गुना अधिक है। यह स्वास्थ्य पर उसी तरह का प्रभाव डालता है जैसे 10 से 11 सिगरेट प्रतिदिन पीने से होता है.

वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) की तालिका

क्षेत्रशहर/कस्बाAQI मूल्यवायु गुणवत्ता स्थितिप्रमुख प्रदूषक
NCT: नई दिल्लीदिल्ली445गंभीरPM2.5
NCR: उत्तर प्रदेशगाजियाबाद375बहुत खराबPM2.5
NCR: उत्तर प्रदेशनोएडा359बहुत खराबPM2.5
NCR: उत्तर प्रदेशग्रेटर नोएडा326बहुत खराबPM2.5
NCR: उत्तर प्रदेशखुर्जा320बहुत खराबPM2.5
NCR: उत्तर प्रदेशमेरठ296बहुत खराबPM2.5
NCR: उत्तर प्रदेशबुलंदशहर272खराबPM2.5
NCR: उत्तर प्रदेशमुजफ्फरनगर168मध्यमPM10
NCR: हरियाणागुरुग्राम400बहुत खराबPM2.5
NCR: हरियाणारोहतक334बहुत खराबPM2.5
NCR: हरियाणासोनीपत301बहुत खराबPM2.5
NCR: हरियाणाबल्लभगढ़281खराबPM2.5

वायु प्रदूषण के कारण

दिल्ली-NCR में वायु प्रदूषण के कई कारण हैं:

  • यातायात उत्सर्जन: वाहनों से निकलने वाले धुएं का प्रमुख योगदान है।
  • औद्योगिक गतिविधियाँ: उद्योगों से निकलने वाले धुएं और रसायन।
  • निर्माण धूल: निर्माण स्थलों से उठने वाली धूल।
  • पराली जलाना: आसपास के राज्यों में किसानों द्वारा पराली जलाने से निकलने वाला धुआं।
  • आतिशबाजी: त्योहारों के दौरान आतिशबाजी से निकलने वाले धुएं का भी महत्वपूर्ण योगदान है.

वायु प्रदूषण के प्रभाव

वायु प्रदूषण के गंभीर स्वास्थ्य प्रभाव हो सकते हैं:

  • श्वसन समस्याएं: अस्थमा, सांस लेने में दिक्कत, और अन्य श्वसन संबंधी बीमारियाँ।
  • हृदय रोग: वायु प्रदूषण हृदय रोगों के खतरे को बढ़ा सकता है।
  • कैंसर: लंबे समय तक वायु प्रदूषण के संपर्क में रहने से कैंसर का खतरा भी बढ़ सकता है।
  • नेत्र और त्वचा समस्याएं: आंखों और त्वचा पर भी वायु प्रदूषण के नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं.

ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP)

दिल्ली में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) लागू किया गया है। जब AQI 400 से अधिक हो जाता है, तो GRAP के स्टेज IV को लागू किया जाता है, जिसमें सबसे सख्त प्रतिबंध होते हैं:

  • स्कूलों का बंद होना
  • कार्यालयों में 50% उपस्थिति
  • निर्माण गतिविधियों पर प्रतिबंध
  • वाहनों पर प्रतिबंध

यह योजना वायु प्रदूषण को कम करने में मदद करती है और लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा करती है.

अन्य भारतीय महानगरों में वायु गुणवत्ता

दिल्ली के अलावा, अन्य भारतीय महानगरों में भी वायु प्रदूषण एक समस्या है, लेकिन दिल्ली की तुलना में कम गंभीर है:

राज्यशहरAQI मूल्यवायु गुणवत्ता स्थिति
गुजरातअहमदाबाद218अस्वस्थ
महाराष्ट्रमुंबई205अस्वस्थ
पश्चिम बंगालकोलकाता204अस्वस्थ
महाराष्ट्रपुणे134संवेदनशील समूहों के लिए अस्वस्थ
तमिलनाडुचेन्नई119खराब
तेलंगानाहैदराबाद118खराब
कर्नाटकबेंगलुरु93मध्यम

भविष्य की संभावनाएं

दिसंबर 2024 के पहले 15 दिनों में, दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘खराब’ से ‘अस्वस्थ’ श्रेणी में रही। हालांकि, यह पिछले महीने की तुलना में थोड़ा बेहतर था। आगे के दिनों में, यदि मौसम और हवा की गति में बदलाव होता है, तो वायु प्रदूषण के स्तर में और वृद्धि हो सकती है.

निष्कर्ष

दिल्ली-NCR में वायु प्रदूषण एक गंभीर समस्या है जिसके लिए तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है। सरकार और नागरिकों को मिलकर इस समस्या का समाधान निकालना होगा। GRAP जैसी योजनाओं को लागू करने और लोगों को जागरूक करने से इस समस्या को कुछ हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।

महत्वपूर्ण शब्दावली

  • AQI (Air Quality Index): वायु गुणवत्ता सूचकांक
  • PM2.5: 2.5 माइक्रोमीटर से कम व्यास वाले कण
  • GRAP (Graded Response Action Plan): ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान
  • वायु प्रदूषण: हवा में मौजूद हानिकारक गैसें और कण

डिस्क्लेमर

यह लेख दिल्ली-NCR में वायु प्रदूषण की स्थिति के बारे में जानकारी प्रदान करता है। यह जानकारी विभिन्न स्रोतों से एकत्रित की गई है और इसका उद्देश्य जागरूकता बढ़ाना है। वायु प्रदूषण एक वास्तविक और गंभीर समस्या है जिसके लिए समाज के सभी वर्गों को एकजुट होकर काम करने की आवश्यकता है।

Author

  • Manish Kumar is a seasoned journalist and the Senior Editor at Mahavtc.in, with over a decade of experience in uncovering stories that matter. A leader both in the newsroom and beyond, he thrives on guiding his team to deliver impactful, thought-provoking content. When he’s not shaping headlines, you can find him sharing his insights on Twitter @humanish95 or connecting via email at [email protected].

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