भारत में भूमि संबंधी दस्तावेज़ों की महत्ता को समझना आवश्यक है, विशेष रूप से जब बात दादा-परदादा की पुश्तैनी जमीन की आती है। इस लेख में, हम जानेंगे कि आप कैसे अपने दादा-परदादा की जमीन का केवाला (पुराना दस्तावेज़) निकाल सकते हैं, विशेष रूप से वर्ष 1940 से 2022 तक के रिकॉर्ड के लिए।
भूमिका
जमीन का केवाला एक महत्वपूर्ण दस्तावेज़ होता है, जो किसी भी भूमि के स्वामित्व को प्रमाणित करता है। यह दस्तावेज़ न केवल भूमि खरीदने और बेचने में सहायक होता है, बल्कि यह यह भी दर्शाता है कि भूमि का स्वामित्व किसके पास है।
केवाला क्या है?
केवाला वह दस्तावेज़ है जो किसी भूमि के स्वामित्व को प्रमाणित करता है। इसे विभिन्न नामों से जाना जाता है, जैसे कि जमाबंदी, रजिस्ट्रेशन आदि। यह दस्तावेज़ भूमि के इतिहास और उसके मालिकों की जानकारी प्रदान करता है।
1940 से 2022 तक का केवाला निकालने की प्रक्रिया
ऑनलाइन प्रक्रिया
- राज्य की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं:
- सबसे पहले, आपको अपने राज्य की राजस्व विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। उदाहरण के लिए, बिहार में यह वेबसाइट bhumijankari.bihar.gov.in है।
- View Registered Document विकल्प चुनें:
- वेबसाइट खुलने पर, “Bhumi Jankari Services” में “View Registered Document” विकल्प को चुनें।
- रिकॉर्ड का समय चुनें:
- अगले चरण में, आपको यह चुनना होगा कि आप किस समय का रिकॉर्ड देखना चाहते हैं:
- Online Registration (2016 To Till Date)
- Post Computerisation (2006 To 2015)
- Pre Computerisation (Before 2005)
- अगले चरण में, आपको यह चुनना होगा कि आप किस समय का रिकॉर्ड देखना चाहते हैं:
- सर्च ऑप्शन सेलेक्ट करें:
- सर्च बॉक्स में दिए गए विकल्पों के अनुसार प्रॉपर्टी रिकॉर्ड देख सकते हैं जैसे:
- Registration Office
- Property Location
- Circle
- सर्च बॉक्स में दिए गए विकल्पों के अनुसार प्रॉपर्टी रिकॉर्ड देख सकते हैं जैसे:
- डिटेल्स देखें:
- “View Details” ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद, आपकी स्क्रीन पर उस जमीन का पुराना दस्तावेज़ खुल जाएगा जिसमें सभी संबंधित जानकारी होगी।
जरूरी दस्तावेज़ और जानकारी
- भूमि का नाम
- क्षेत्रफल
- रजिस्ट्रेशन नंबर
- पुराने मालिकों के नाम
राज्यवार जानकारी
राज्य | वेबसाइट लिंक |
---|---|
बिहार | bhumijankari.bihar.gov.in |
उत्तर प्रदेश | upbhulekh.gov.in |
मध्य प्रदेश | mpbhulekh.gov.in |
केवाला निकालने में लगने वाला समय
- आमतौर पर, यदि सभी जानकारी सही हो और इंटरनेट कनेक्शन स्थिर हो तो आप कुछ ही मिनटों में अपना केवाला प्राप्त कर सकते हैं।
पुराने दस्तावेज़ों की खोज कैसे करें?
यदि आपके पास पुरानी जमीन के दस्तावेज़ नहीं हैं या वे खो गए हैं, तो निम्नलिखित तरीकों से आप उन्हें खोज सकते हैं:
- स्थानीय राजस्व कार्यालय से संपर्क करें:
- अपने नजदीकी राजस्व कार्यालय में जाकर वहां से जानकारी प्राप्त करें।
- भूलेख पोर्टल का उपयोग करें:
- कई राज्यों ने भूलेख पोर्टल विकसित किए हैं जहाँ आप अपनी जमीन की जानकारी ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं।
- सामुदायिक सहायता:
- अपने गांव या मोहल्ले में बुजुर्गों से मदद लें जो पुराने रिकॉर्ड्स के बारे में जानते हों।
निष्कर्ष
अपने दादा-परदादा की जमीन का केवाला निकालना एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो आपको अपनी पुश्तैनी संपत्ति पर अधिकार प्राप्त करने में मदद करती है। ऑनलाइन माध्यमों का उपयोग करके यह प्रक्रिया अब पहले से कहीं अधिक सरल और सुलभ हो गई है। सही जानकारी और उचित कदम उठाकर आप आसानी से अपने अधिकारों को स्थापित कर सकते हैं।इस लेख में दी गई जानकारी का पालन करके आप अपने दादा-परदादा की जमीन का पुराना रिकॉर्ड निकाल सकते हैं और अपनी संपत्ति पर अधिकार प्राप्त कर सकते हैं।