PM विश्वकर्मा योजना के तहत टूल किट ई-वाउचर कैसे प्राप्त करें? जानें पूरा तरीका PM Vishwakarma Yojana E-Voucher

PM Vishwakarma Yojana Toolkit E-Voucher: भारत सरकार ने हाल ही में एक नई योजना की घोषणा की है जो देश के कारीगरों और शिल्पकारों के लिए एक वरदान साबित हो सकती है। यह योजना “प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना” के नाम से जानी जाती है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य परंपरागत कारीगरों और शिल्पकारों को आधुनिक टूल्स और तकनीकों से लैस करना है, जिससे उनकी कार्यक्षमता और उत्पादकता में वृद्धि हो सके।

इस योजना के तहत, सरकार कारीगरों को मुफ्त टूल किट्स प्रदान कर रही है। ये टूल किट्स ई-वाउचर के माध्यम से वितरित की जा रही हैं, जिन्हें लाभार्थी आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। यह लेख आपको PM विश्वकर्मा योजना के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करेगा और बताएगा कि आप इस योजना के तहत टूल किट ई-वाउचर कैसे प्राप्त कर सकते हैं।

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना क्या है?

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वाकांक्षी योजना है। यह योजना परंपरागत कारीगरों और शिल्पकारों को सशक्त बनाने के लिए डिज़ाइन की गई है। इस योजना का नाम भगवान विश्वकर्मा के नाम पर रखा गया है, जो हिंदू पौराणिक कथाओं में शिल्प और निर्माण के देवता माने जाते हैं।

योजना का उद्देश्य

  • कारीगरों और शिल्पकारों को आधुनिक टूल्स और तकनीकों से लैस करना
  • उनकी कार्यक्षमता और उत्पादकता में वृद्धि करना
  • परंपरागत कला और शिल्प को संरक्षित करना और बढ़ावा देना
  • कारीगरों की आय में वृद्धि करना
  • ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना

योजना की मुख्य विशेषताएं

विशेषताविवरण
लक्षित समूहपरंपरागत कारीगर और शिल्पकार
लाभमुफ्त टूल किट्स
वितरण माध्यमई-वाउचर
योजना की अवधि5 वर्ष
बजट₹13,000 करोड़
लाभार्थियों की संख्यालगभग 30 लाख
कवर किए गए व्यवसाय18 परंपरागत व्यवसाय

टूल किट ई-वाउचर क्या है?

टूल किट ई-वाउचर एक डिजिटल प्रमाणपत्र है जो लाभार्थियों को प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत मुफ्त टूल किट प्राप्त करने का अधिकार देता है। यह ई-वाउचर एक विशेष कोड के साथ आता है, जिसे लाभार्थी अधिकृत विक्रेताओं के पास जाकर अपनी टूल किट प्राप्त करने के लिए उपयोग कर सकते हैं।

ई-वाउचर के लाभ

  1. पारदर्शिता: ई-वाउचर सिस्टम पारदर्शी है और भ्रष्टाचार को कम करता है।
  2. सुविधाजनक: लाभार्थी आसानी से अपने स्मार्टफोन या कंप्यूटर से ई-वाउचर प्राप्त कर सकते हैं।
  3. त्वरित वितरण: ई-वाउचर के माध्यम से टूल किट्स का वितरण तेजी से हो सकता है।
  4. ट्रैकिंग: सरकार आसानी से वितरित की गई टूल किट्स की संख्या को ट्रैक कर सकती है।

टूल किट ई-वाउचर कैसे प्राप्त करें?

अब हम आपको बताएंगे कि आप PM विश्वकर्मा योजना के तहत टूल किट ई-वाउचर कैसे प्राप्त कर सकते हैं। यह प्रक्रिया कुछ सरल चरणों में पूरी की जा सकती है।

चरण 1: पात्रता की जांच

सबसे पहले, आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आप इस योजना के लिए पात्र हैं। पात्रता मानदंड निम्नलिखित हैं:

  • आप 18 से 55 वर्ष की आयु के बीच होने चाहिए।
  • आप 18 परंपरागत व्यवसायों में से किसी एक में कार्यरत होने चाहिए।
  • आपके पास वैध आधार कार्ड होना चाहिए।
  • आपका बैंक खाता आधार से लिंक होना चाहिए।

चरण 2: ऑनलाइन आवेदन

पात्रता सुनिश्चित करने के बाद, आपको ऑनलाइन आवेदन करना होगा। इसके लिए निम्नलिखित कदम उठाएं:

  1. PM विश्वकर्मा योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
  2. “नया पंजीकरण” पर क्लिक करें।
  3. अपना आधार नंबर और मोबाइल नंबर दर्ज करें।
  4. OTP के माध्यम से अपने मोबाइल नंबर को वेरिफाई करें।
  5. आवश्यक व्यक्तिगत जानकारी भरें।
  6. अपने व्यवसाय और अनुभव के बारे में जानकारी प्रदान करें।
  7. आवश्यक दस्तावेजों को अपलोड करें।
  8. फॉर्म जमा करें।

चरण 3: आवेदन की समीक्षा

आपका आवेदन जमा होने के बाद, संबंधित विभाग द्वारा इसकी समीक्षा की जाएगी। यह प्रक्रिया कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों तक चल सकती है। समीक्षा के दौरान निम्नलिखित बातों की जांच की जाएगी:

  • आवेदक की पात्रता
  • प्रदान की गई जानकारी की सटीकता
  • अपलोड किए गए दस्तावेजों की वैधता

चरण 4: ई-वाउचर का जारी होना

यदि आपका आवेदन स्वीकृत हो जाता है, तो आपको एक SMS या ईमेल के माध्यम से सूचित किया जाएगा। इस सूचना में आपके ई-वाउचर का विवरण और उसे कैसे एक्सेस करना है, यह जानकारी शामिल होगी।

चरण 5: ई-वाउचर को डाउनलोड करना

ई-वाउचर को डाउनलोड करने के लिए, निम्नलिखित कदम उठाएं:

  1. PM विश्वकर्मा योजना की वेबसाइट पर लॉगिन करें।
  2. “मेरा ई-वाउचर” सेक्शन पर जाएं।
  3. अपना ई-वाउचर डाउनलोड करें या उसका स्क्रीनशॉट लें।

चरण 6: टूल किट प्राप्त करना

अब आप अपने ई-वाउचर के साथ निकटतम अधिकृत विक्रेता के पास जा सकते हैं। वहां:

  1. अपना ई-वाउचर और आधार कार्ड दिखाएं।
  2. विक्रेता ई-वाउचर को वेरिफाई करेगा।
  3. वेरिफिकेशन के बाद, आपको आपकी टूल किट दी जाएगी।

टूल किट में क्या-क्या शामिल है?

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत दी जाने वाली टूल किट में विभिन्न उपकरण और सामग्री शामिल हैं। ये टूल किट्स व्यवसाय-विशिष्ट हैं, यानी हर व्यवसाय के लिए अलग-अलग टूल किट्स हैं। कुछ सामान्य आइटम जो अधिकांश टूल किट्स में शामिल हो सकते हैं:

  • हाथ के औजार (हैंड टूल्स)
  • मापन उपकरण
  • सुरक्षा उपकरण
  • बिजली के उपकरण (यदि लागू हो)
  • कच्चा माल (सीमित मात्रा में)

व्यवसाय-विशिष्ट टूल किट्स के उदाहरण

  1. बढ़ई (Carpenter) के लिए टूल किट:
    • आरी (Saw)
    • रंदा (Plane)
    • छेनी (Chisel)
    • हथौड़ा (Hammer)
    • पेंचकस (Screwdriver)
    • मापन टेप (Measuring tape)
  2. लोहार (Blacksmith) के लिए टूल किट:
    • एन्विल (Anvil)
    • हैमर (Hammer)
    • टॉन्ग्स (Tongs)
    • फाइल (File)
    • ग्राइंडर (Grinder)
    • सुरक्षा चश्मे (Safety goggles)
  3. दर्जी (Tailor) के लिए टूल किट:
    • सिलाई मशीन (Sewing machine)
    • कैंची (Scissors)
    • मापन टेप (Measuring tape)
    • पिन कुशन (Pin cushion)
    • थिम्बल (Thimble)
    • सिलाई के धागे (Sewing threads)

योजना के लाभ

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना कारीगरों और शिल्पकारों को कई तरह से लाभान्वित करती है। आइए इन लाभों पर एक नजर डालें:

  1. आधुनिकीकरण: कारीगरों को आधुनिक टूल्स मिलने से उनकी कार्यक्षमता बढ़ेगी।
  2. आय में वृद्धि: बेहतर उपकरणों से उत्पादन बढ़ेगा, जिससे आय में वृद्धि होगी।
  3. कौशल विकास: योजना के तहत प्रशिक्षण कार्यक्रम भी चलाए जाएंगे।
  4. बाजार तक पहुंच: डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से कारीगरों को बड़े बाजार तक पहुंच मिलेगी।
  5. सामाजिक सुरक्षा: योजना के तहत कारीगरों को बीमा कवरेज भी दिया जाएगा।
  6. ऋण सुविधा: कम ब्याज दर पर ऋण की सुविधा प्रदान की जाएगी।

अस्वीकरण (Disclaimer)

यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। हालांकि हमने सटीक जानकारी प्रदान करने का प्रयास किया है, फिर भी सरकारी नियमों और प्रक्रियाओं में समय-समय पर बदलाव हो सकता है। इसलिए, कृपया नवीनतम और आधिकारिक जानकारी के लिए PM विश्वकर्मा योजना की आधिकारिक वेबसाइट या नजदीकी सरकारी कार्यालय से संपर्क करें। यह योजना वास्तविक है, लेकिन इसके कार्यान्वयन और लाभों में क्षेत्रीय भिन्नताएं हो सकती हैं।

Author

  • Manish Kumar is a seasoned journalist and the Senior Editor at Mahavtc.in, with over a decade of experience in uncovering stories that matter. A leader both in the newsroom and beyond, he thrives on guiding his team to deliver impactful, thought-provoking content. When he’s not shaping headlines, you can find him sharing his insights on Twitter @humanish95 or connecting via email at [email protected].

    View all posts

Leave a Comment

Join Whatsapp