UDID कार्ड कैसे बनाएं 2024? जानिए Aadhaar से UDID कार्ड बनाने का सरल तरीका!

UDID कार्ड, जिसका पूरा नाम Unique Disability ID Card है, दिव्यांगजनों के लिए एक विशेष पहचान पत्र है। यह कार्ड भारत सरकार द्वारा जारी किया जाता है और दिव्यांगजनों को विभिन्न सरकारी योजनाओं और सुविधाओं का लाभ लेने में मदद करता है। UDID कार्ड का उद्देश्य दिव्यांगजनों को एक विशिष्ट पहचान प्रदान करना और उनके जीवन को आसान बनाना है।

2024 में UDID कार्ड बनवाना पहले से कहीं अधिक सरल और सुविधाजनक हो गया है। इस लेख में हम आपको UDID कार्ड के बारे में विस्तार से बताएंगे और इसे Aadhaar कार्ड की मदद से कैसे बनवाया जा सकता है, इसकी जानकारी देंगे। चाहे आप खुद दिव्यांग हों या किसी दिव्यांग व्यक्ति की मदद करना चाहते हों, यह जानकारी आपके लिए बहुत उपयोगी होगी।

UDID कार्ड क्या है?

UDID कार्ड एक राष्ट्रीय स्तर का पहचान पत्र है जो विशेष रूप से दिव्यांगजनों के लिए बनाया गया है। यह कार्ड दिव्यांगता के प्रकार और प्रतिशत को दर्शाता है और इसे पूरे देश में मान्यता प्राप्त है। UDID कार्ड के कुछ प्रमुख लाभ हैं:

  1. एकीकृत पहचान: यह कार्ड दिव्यांगजनों को एक विशिष्ट पहचान संख्या प्रदान करता है।
  2. सरकारी योजनाओं तक पहुंच: UDID कार्ड धारक विभिन्न सरकारी योजनाओं और लाभों के लिए आसानी से आवेदन कर सकते हैं।
  3. यात्रा में छूट: कई परिवहन सेवाओं में UDID कार्ड धारकों को किराए में छूट मिलती है।
  4. शैक्षिक लाभ: कई शैक्षिक संस्थान UDID कार्ड धारकों को प्रवेश और छात्रवृत्ति में प्राथमिकता देते हैं।
  5. रोजगार में सहायता: UDID कार्ड दिव्यांगजनों को रोजगार के अवसरों में प्राथमिकता दिलाने में मदद करता है।

UDID कार्ड की मुख्य विशेषताएं

विशेषताविवरण
जारीकर्ताभारत सरकार, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय
पात्रतासभी प्रकार के दिव्यांगजन
वैधताआजीवन (जब तक अपडेट न किया जाए)
भाषाहिंदी और अंग्रेजी
QR कोडहां, कार्ड पर मौजूद
ऑनलाइन सत्यापनउपलब्ध
दिव्यांगता प्रतिशतकार्ड पर अंकित
आधार लिंकहां, आधार से जुड़ा हुआ

UDID कार्ड के लिए पात्रता

UDID कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए व्यक्ति को निम्नलिखित मानदंडों को पूरा करना होगा:

  1. आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए।
  2. आवेदक को किसी प्रकार की दिव्यांगता होनी चाहिए जो सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त हो।
  3. दिव्यांगता का प्रतिशत कम से कम 40% होना चाहिए।
  4. आवेदक के पास आधार कार्ड होना आवश्यक है।

UDID कार्ड के लिए आवश्यक दस्तावेज

UDID कार्ड के लिए आवेदन करते समय निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:

  • आधार कार्ड
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • हस्ताक्षर या अंगूठे का निशान
  • पता प्रमाण (यदि आधार कार्ड पर पता अपडेट नहीं है)
  • दिव्यांगता प्रमाण पत्र
  • आयु प्रमाण पत्र (यदि आधार कार्ड पर जन्म तिथि नहीं है)

UDID कार्ड बनवाने का प्रक्रिया

UDID कार्ड बनवाने की प्रक्रिया को निम्नलिखित चरणों में समझा जा सकता है:

1. ऑनलाइन आवेदन

  • सरकारी UDID पोर्टल (www.swavlambancard.gov.in) पर जाएं।
  • “New Registration” पर क्लिक करें।
  • अपना आधार नंबर और कैप्चा कोड दर्ज करें।
  • OTP प्राप्त करें और उसे दर्ज करें।

2. व्यक्तिगत जानकारी भरना

  • अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे नाम, जन्म तिथि, लिंग आदि भरें।
  • अपना पता दर्ज करें (यदि आधार में अपडेट नहीं है)।
  • अपनी दिव्यांगता का प्रकार और प्रतिशत चुनें।

3. दस्तावेज अपलोड करना

  • अपना फोटो अपलोड करें।
  • हस्ताक्षर या अंगूठे का निशान अपलोड करें।
  • दिव्यांगता प्रमाण पत्र अपलोड करें।
  • अन्य आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।

4. आवेदन जमा करना

  • सभी जानकारी की जांच करें।
  • घोषणा पर सहमति दें।
  • “Submit” बटन पर क्लिक करें।

5. आवेदन की स्थिति की जांच

  • आपको एक आवेदन संख्या मिलेगी।
  • इस संख्या का उपयोग करके आप अपने आवेदन की स्थिति की जांच कर सकते हैं।

UDID कार्ड का सत्यापन और वितरण

आपके आवेदन को जमा करने के बाद, निम्नलिखित प्रक्रिया होती है:

  1. आवेदन की समीक्षा: सरकारी अधिकारी आपके आवेदन और दस्तावेजों की समीक्षा करेंगे।
  2. दिव्यांगता का सत्यापन: यदि आवश्यक हुआ तो आपको दिव्यांगता के सत्यापन के लिए बुलाया जा सकता है।
  3. कार्ड का मुद्रण: सत्यापन के बाद, आपका UDID कार्ड मुद्रित किया जाएगा।
  4. कार्ड का वितरण: आपका UDID कार्ड आपके पंजीकृत पते पर भेज दिया जाएगा।

UDID कार्ड के लाभ

UDID कार्ड धारकों को कई प्रकार के लाभ मिलते हैं:

  1. सरकारी योजनाओं में प्राथमिकता: UDID कार्ड धारकों को विभिन्न सरकारी योजनाओं में प्राथमिकता दी जाती है।
  2. यात्रा में छूट: रेलवे, बस और हवाई यात्रा में UDID कार्ड धारकों को किराए में छूट मिलती है।
  3. शिक्षा में सहायता: कई शैक्षिक संस्थान UDID कार्ड धारकों को प्रवेश और छात्रवृत्ति में विशेष सुविधाएं देते हैं।
  4. रोजगार में आरक्षण: सरकारी नौकरियों में UDID कार्ड धारकों के लिए आरक्षण का प्रावधान है।
  5. कर छूट: UDID कार्ड धारक कुछ प्रकार की कर छूट के लिए पात्र हो सकते हैं।
  6. स्वास्थ्य सेवाओं में प्राथमिकता: कई सरकारी अस्पतालों में UDID कार्ड धारकों को प्राथमिकता दी जाती है।

UDID कार्ड अपडेट करना

यदि आपके UDID कार्ड में कोई जानकारी बदलनी है या आपकी दिव्यांगता की स्थिति में परिवर्तन हुआ है, तो आप अपना UDID कार्ड अपडेट कर सकते हैं:

  1. UDID पोर्टल पर जाएं और “Update UDID” विकल्प चुनें।
  2. अपना UDID नंबर और अन्य आवश्यक जानकारी दर्ज करें।
  3. जो जानकारी बदलनी है, उसे अपडेट करें।
  4. आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
  5. अपडेट के लिए सबमिट करें।

UDID कार्ड के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

  1. प्रश्न: UDID कार्ड की वैधता कितने समय तक होती है?
    उत्तर: UDID कार्ड आजीवन वैध होता है, जब तक कि इसे अपडेट न किया जाए।
  2. प्रश्न: क्या UDID कार्ड के लिए शुल्क देना पड़ता है?
    उत्तर: नहीं, UDID कार्ड के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाता है।
  3. प्रश्न: क्या UDID कार्ड के लिए आधार कार्ड अनिवार्य है?
    उत्तर: हां, UDID कार्ड के लिए आधार कार्ड अनिवार्य है।
  4. प्रश्न: UDID कार्ड खो जाने पर क्या करें?
    उत्तर: UDID पोर्टल पर जाकर डुप्लिकेट कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं।
  5. प्रश्न: क्या UDID कार्ड का ऑनलाइन सत्यापन किया जा सकता है?
    उत्तर: हां, UDID पोर्टल पर कार्ड नंबर डालकर ऑनलाइन सत्यापन किया जा सकता है।

UDID कार्ड से संबंधित महत्वपूर्ण टिप्स

  1. अपने UDID कार्ड की एक फोटोकॉपी हमेशा अपने साथ रखें।
  2. UDID कार्ड नंबर को याद रखें या सुरक्षित स्थान पर लिखकर रखें।
  3. UDID कार्ड की जानकारी को नियमित रूप से अपडेट करते रहें।
  4. UDID कार्ड के लाभों के बारे में जानकारी रखें और उनका उपयोग करें।
  5. किसी भी समस्या के लिए UDID हेल्पलाइन का उपयोग करें।

अस्वीकरण (Disclaimer):

यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। हालांकि हमने सटीक और अद्यतित जानकारी प्रदान करने का प्रयास किया है, UDID कार्ड से संबंधित नियम और प्रक्रियाएं समय-समय पर बदल सकती हैं। कृपया नवीनतम और सटीक जानकारी के लिए आधिकारिक UDID पोर्टल (www.swavlambancard.gov.in) या स्थानीय सरकारी कार्यालयों से संपर्क करें। इस लेख में दी गई जानकारी के आधार पर किए गए किसी भी कार्य के लिए हम जिम्मेदार नहीं हैं।

Author

  • Manish Kumar is a seasoned journalist and the Senior Editor at Mahavtc.in, with over a decade of experience in uncovering stories that matter. A leader both in the newsroom and beyond, he thrives on guiding his team to deliver impactful, thought-provoking content. When he’s not shaping headlines, you can find him sharing his insights on Twitter @humanish95 or connecting via email at [email protected].

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